कल की मुख्य खबर थी की दंतेवाडा में सी आर पी ऍफ़ के ७६ जावानो को नक्सलियों ने घेर कर मार डाला | जब मैंने टीवी को चालू किया तो मुझे यह नजारा देखने को मिला | इसे देख कर आप भी अनुमान लगा सकते है की हमारे देश के नेता ,और मीडिया जगत कितना संवेदन शील है इन मुद्दों पर |
इन लोगो को शहीदों की शहादत पर भी साबुन तेल बेचने से गुरेज नहीं है और ना ही मनोरंजन करने से | लेकिन इस प्रकार की हास्यास्पद बातो से अजीब सा मन हो जाता है | आप भी इस चित्र को देखिये |
AAP KA MUDDA BILKUL SAHI HE
ReplyDeleteTV WALO KO KUCH TO DHYAN RAKHNA CHAHIYE NA
देखने के आलावा और कर भी क्या सकते है......... अच्छा हुआ उन्होंने "शहीद " तो लिख दिया ..........
ReplyDeleteएक ghridit तस्वीर जो मीडिया के काले चेहरे को दिखाती है......
ReplyDeleteanjuleshyam
इन संवेदनहीन मिडिया वालों के बारे में क्या कहें ? ये हर बात में अपने व्यवसायिक हित के बारे में ही सोचते है |
ReplyDeleteहद तो आजतक वालों ने कर दी थी.उन्होने दोपहर साढे तीन बज़ेसे चार बज़े तक नक्सलियों के गढ मे पहुंचा आजतक के नाम से स्पेशल बुलेटीन दिखाया और उसमे ये बताते रह्वे कि जवानों को जंगलवारफ़ायर मे ट्रेनिंग मिलने के बाद से नक्स्लियों के भागने और छिपने का दावा करता रहा उनका रिपोर्टर,तब जब ७६ जवान शहीद हो चुके थे.इसे कहते हैं सबसे तेज़ चैनल.पुराने घिसे-पीटे फ़ाईल शाट के बेस पर स्टोरी बना कर बेचना,बस यही एक काम रह गया है इनके पास.बहुत सही मुद्दा उठाया आपने,
ReplyDeleteaapki bat se mai sahmat hun meedia apne aapko choutha stambh kahta hai .lekin usko ye nahi malum ki baap marne par roya jata hai putr ratn prapti jaisi khusi nahi manai jati
ReplyDeleteमीडिया वालों को तो खबर से मतलब चाहे वह अच्छी हो या बुरी.
ReplyDeleteबहुत सही मुद्दा उठाया आपने.
मिडिया थोड़े ही है यह रंडीखाना बन गया है,जहां मिडियाकर्मी रूपी वेश्याये पैसे के इशारों पे नंगा नाच दिखा रहे है
ReplyDeleteव्यावसायिकता का एक कुरुप चेहरा है.
ReplyDeleteरामराम.
yes mene bhi subah news pepar m dekha to jaldi se t.v. on kiya waha sabhi channels p yahi dikhaya ja raha tha..kafi chanel change karne ke bad jake mujhe ak news chanel pe ye news dekhne ko mili.....its realy shemfull
ReplyDeleteso...what is the stand of media
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