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Monday, September 22, 2008

स्वास्थ्य सम्बन्धी कुछ नुस्खे

क्या आप कील मुंहासो से परेशान है? क्या आप खुजली व चर्म रोगों से परेशान है? आप सोच रहे होंगे कि मै किसी दवा कम्पनी का कोइ प्रोड्क्ट बेच रह हूं। जी नहीं मै यहां आपको स्वास्थ्य सम्बन्धी कुछ नुस्खे बताने जा रहा हूं
। * १-- यदि आपकी उम्र १४ से ३० वर्ष है तो आपको कील मुंहासो से परेशानी हो सकती है घबराइये मत नीचे लीखी बातों का ध्यान रखें । पहली बात तो यह है कि आप चेहरे की चिन्ता करना छोड. दे, रात्री को १० बजे से पहले सोयें । सुबह सुयोर्दय से पहले उठे ,कुल्ला करके भरपेट गुनगुना पानी पीयें। खाना खाने के बाद १ चम्मच त्रिफला चुर्ण गरम पानी या दूध के साथ लेवें। कब्ज यदि ज्यादा हो तो रात्री को सोते समय १चम्मच कायम चुर्ण(भावनगरवाले शेठ्ब्रदर्श का)लेवें। हरी पत्तेदार सब्जीयां व सलाद ज्यादा से ज्यादा भोजन में शामिल करें। केले,चावल,खिचडी,अनार आदी का परहेज करें तले हुये पदार्थ ज्यादा मात्रा में ना खायें। पपीता,सेव,चीकु,अमरूद,मूली आदि कासेवन करें। दूध में एक से चार चम्मच तक केस्टर आयल(अरन्डी का तेल) मिलाकर पियें । नोट:- ये सब आहारविहार,पथ्य कुपथ्य कइ रोगों में काम आतें है जैसे दाद,खाज,मस्सा(बावासीर) एवं वात रोग जैसे जोडो में दर्द ,पेटका आफरा(गैस)इत्यादि के भी यही नुस्खे हैं।






मैं जानता हूं कि ये सब आप पहले भी सुन चुके है अपने बुजुर्गोंसे लेकिन आपको उनकी बातों पर विश्वास नहीं हुआ। मेरा दावा है कि एलोपैथी में चेहरे के कील मुंहासो की कोइ कारगर दवा अभी तक नहीं बनी है। मैं इस ब्लोग पर जो भी स्वास्थ्य सम्बन्धी बातें लिखता हूं वो सब मेरा निजीअनुभव है। *२--- कई बार पसीने की वजह से हमारे शरीर के कुछ हिस्सो मे खुजली हो जाती है, और पुरानी हो जाने पर तोआदमी को बन्दर बना देती है। यह खुजली ज्यादातर जांघ में होती है। इसे डोक्टरी भाषा में fungal infection(फंगल इनफेक्सन) कहा जाता है।शहरों की प्रदूषण और भागदोड. भरी जीन्दगी इसके लिये कुछ हद तक जिम्मेदार है। पसीने वाली जगह पर टेल्कम पाउडर डालकर इससे बचाव किया जा सकता है, इन्फेक्सन के बाद इसका इलाजआमतोर पर दाद या अन्य खुजली के रूप में किया जाता है जो कि गलत है। इसके इलाज के लिये आप को कुछदिन तक antibiotic tablet - fluconazole 150mg ,200mg जो भी उपलब्ध हो को दिन मे तीन बारलें व bayer कम्पनी की canesten ट्युब दिन में तीन बार लगावें। यदि infection नया है तो गोली लेनेकी जरूरत नहीं पडेगी केवल ट्युब से ही काम चल जायेगा अन्यथा infection गहराई में हो जाने पर tabletकी खुराक भी लेनी पडेगी।*३--- मस्सा(बावासीर) शुराआती स्टेज में हो तो आप यह प्रयोग कर सकते हैं, सुबह शाम हल्के गरम पानी में गुदाका सेक करें उसके बाद विक्स बाम अन्गुली पर ले कर गुदा द्वार पर लगायें। इससे नसों मे जो गांठे बन जाती है वो पिघल जाती है।मेरी अगली पोस्ट भूत प्रेत,अध्यात्म,व अलोकिक शक्तियों के बारे में होगी आप लोग जरूर पढें।