मै काफी दिनों से सोच रहा था कि इस ब्लॉग में मेरी पसंद के कुछ गीत आपको सुनवाऊ | लेकिन उसके प्रारूप के बारे में कुछ जम नहीं रहा था | बलोगिंग में यही तो होता है सभी कामों में सम्पूर्णता नहीं रहती है | कभी सोचता था साइड बार में डाल दू लेकिन पेज लोडिंग का समय बढ़ जाएगा | कभी सोचता था कि ब्लॉग पोस्ट ही लिखू |
संगीत से मेरा लगाव बचपन से रहा है लेकिन सुनने तक ही गायन तो बिलकुल ही बेसुरा है | बचपन में रेडियो ही अपनी दुनिया था | उसमे शोभा गुर्टू की दादरा से लेकर उषा उत्थप के "रम्भा हो रम्भा हो........" तक सब कुछ सुन लेते थे | आज पी सी पर डिजिटल संगीत सुनते है लेकिन उस वक्त के गीत और वो रात के समय नीरव शांति में सुनने का माहौल आज कही नहीं मिलता है | उस वक्त, उस संगीत का एक और हम सफर था मेरा फुफेरा भाई राम सिंह शेखावत जो कि मेरा हम उम्र है | उसे भी मेरी तरह संगीत का बड़ा शौक है | आज हम दोनों अपने अपने काम में मशगूल है | वो एक बड़ा सरकारी मुलाजिम है और हम अपने घरेलू दुकानदार | उसके पास समय की कमी है हमारे पास समय के अलावा दूसरा कुछ नहीं है |
इस पोस्ट को लिखने का उद्देश्य यह है कि अच्छे व कर्ण प्रिय गाने जो हम दोनों को पसंद है वो आपको सुनवाए जाए | इस पोस्ट को समय समय पर अप डेट भी करूंगा ताकी दूसरी पोस्ट नहीं लिखनी पड़े व सभी गीत एक ही जगह सुन सके | बाकी प्रारूप आपके दिए गए अमूल्य सुझावों पर निर्भर करेगा कुछ गीत जो आप नेट पर सुनना या डाऊनलोड करना चाहते है और उसमे आप सफल नहीं हो पा रहे है तो नि:संकोच मुझे बताए मै आपको उसका लिंक भेज दूँगा | इस पोस्ट की शुरूआत आज होली के दिन होली के राजस्थानी गीतों (धमाल ) से कर रहा हूँ |
NOTE--- धमाल गीत यहाँ से से हटा दिए है |इन्हें आप नयी पोस्ट में यंहा क्लिक कर के सुने
तू विछडन विछडन करदा ए जदो विछडेगा पता चल जाएगा ---
यह गीत पकिस्तान का है किसने गाया है मै भी नहीं जानता हूँ | लेकिन आवाज में कशिश है | गाना तेज गति का है | संगीत भी अच्छा है आप सुनिए और मजा लीजिए |
आजा वे तेनू प्यार करा " गीत भी पाकिस्तान से ही है गायक भी वही है |
यदि इस गायक के और भी गीत सुनने की इच्छा हो तो टिप्पणी या मेल द्वारा बताए |
अपडेट ---७ मार्च 2010
अपडेट --- १५ मार्च २००१०
ये दो गजल है जिन्हें स्वर दिया है अहमद हुसैन मोहम्मद हुसैन ने और संगीत भी उन्हीं का है |ये दोनों भाई हमेशा साथ साथ ही आयोजनों में गाया करते है | ये जयपुर के रहने वाले है आप ने इनकी गायकी को कम ही सुना होगा | आज मै आपको हमारी पसंद की ये दो गजले जो बहुत मशहूर है सुनवाता हूँ |
मै हवा हूँ कहा वतन मेरा------
ए सनम तुझसे जब दूर चला जाऊंगा ----
आज मै आपको अपनी पसंद की धार्मिक रचना सुनवाता हूँ | श्री मदभागवत गीता हिन्दू धर्म ही नहीं वरन सभी धर्मो के लोगो के लिए एक प्रेरणा दायक ग्रन्थ है| यहाँ आपको इस के पूरे अठारह अध्याय एक ही जगह सुनने को मिलेंगे इसमें जो आवाज है | प. सोमनाथ शर्मा की है जिसमें बहुत ही आकर्षण और मिठास है यदि आपको इनकी आवाज पसंद आती है तो जरूर बताये ताकी इनकी आवाज में और भी रचनाएं आपको सुनवाई जा सके | इसको ए स्नीप्स पर अपलोड करने वाले मी. sketan का मै आभारी हूँ |
संगीत से मेरा लगाव बचपन से रहा है लेकिन सुनने तक ही गायन तो बिलकुल ही बेसुरा है | बचपन में रेडियो ही अपनी दुनिया था | उसमे शोभा गुर्टू की दादरा से लेकर उषा उत्थप के "रम्भा हो रम्भा हो........" तक सब कुछ सुन लेते थे | आज पी सी पर डिजिटल संगीत सुनते है लेकिन उस वक्त के गीत और वो रात के समय नीरव शांति में सुनने का माहौल आज कही नहीं मिलता है | उस वक्त, उस संगीत का एक और हम सफर था मेरा फुफेरा भाई राम सिंह शेखावत जो कि मेरा हम उम्र है | उसे भी मेरी तरह संगीत का बड़ा शौक है | आज हम दोनों अपने अपने काम में मशगूल है | वो एक बड़ा सरकारी मुलाजिम है और हम अपने घरेलू दुकानदार | उसके पास समय की कमी है हमारे पास समय के अलावा दूसरा कुछ नहीं है |
इस पोस्ट को लिखने का उद्देश्य यह है कि अच्छे व कर्ण प्रिय गाने जो हम दोनों को पसंद है वो आपको सुनवाए जाए | इस पोस्ट को समय समय पर अप डेट भी करूंगा ताकी दूसरी पोस्ट नहीं लिखनी पड़े व सभी गीत एक ही जगह सुन सके | बाकी प्रारूप आपके दिए गए अमूल्य सुझावों पर निर्भर करेगा कुछ गीत जो आप नेट पर सुनना या डाऊनलोड करना चाहते है और उसमे आप सफल नहीं हो पा रहे है तो नि:संकोच मुझे बताए मै आपको उसका लिंक भेज दूँगा | इस पोस्ट की शुरूआत आज होली के दिन होली के राजस्थानी गीतों (धमाल ) से कर रहा हूँ |
NOTE--- धमाल गीत यहाँ से से हटा दिए है |इन्हें आप नयी पोस्ट में यंहा क्लिक कर के सुने
अपडेट --3 फरवरी 2010
आपसे किये गए वायदे के मुताबिक़ आज दो गाने अपडेट कर रहा हूँ |तू विछडन विछडन करदा ए जदो विछडेगा पता चल जाएगा ---
यह गीत पकिस्तान का है किसने गाया है मै भी नहीं जानता हूँ | लेकिन आवाज में कशिश है | गाना तेज गति का है | संगीत भी अच्छा है आप सुनिए और मजा लीजिए |
आजा वे तेनू प्यार करा " गीत भी पाकिस्तान से ही है गायक भी वही है |
यदि इस गायक के और भी गीत सुनने की इच्छा हो तो टिप्पणी या मेल द्वारा बताए |
अपडेट ---७ मार्च 2010
एक छोरी काळती हमेशा जीव बाळती
यह कविता शेखावाटी के प्रसिद्ध कवि श्री भागीरथ सिंह भाग्य ने लिखी है स्वर भी उन्ही का है | यह कविता राजस्थानी कविता जगत में उनकी सुपर हिट कविता है | उनके हर एक कवि सम्मेलन में इस कविता को सुनवाने का आग्रह श्रोताओं द्वारा किया जाता है | इस कविता की लोकप्रियता का आलम यह है कि इस कविता को एक राजस्थानी फिल्म में गीत के रूप में भी लिया गया है इस फिल्म का शीर्षक भी इस कविता के शीर्षक को रखा गया है | टेक्स्ट रूप में पढ़ने के लिए यहाँ जाए |अपडेट --- १५ मार्च २००१०
ये दो गजल है जिन्हें स्वर दिया है अहमद हुसैन मोहम्मद हुसैन ने और संगीत भी उन्हीं का है |ये दोनों भाई हमेशा साथ साथ ही आयोजनों में गाया करते है | ये जयपुर के रहने वाले है आप ने इनकी गायकी को कम ही सुना होगा | आज मै आपको हमारी पसंद की ये दो गजले जो बहुत मशहूर है सुनवाता हूँ |
मै हवा हूँ कहा वतन मेरा------
ए सनम तुझसे जब दूर चला जाऊंगा ----
अपडेट --२२ मार्च 2010
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बहुत बढ़िया और कर्णप्रिय लगी ये शेखावाटी की होली धमाल :)
ReplyDeleteहोली की हार्दिक शुभकामनाएँ
वाह बहुत मधुर गीत लगे होली के ओर शेखावटी की होली का शरुर भी.
ReplyDeleteआप ओर आप के परिवार को होली पर्व की हार्दिक शुभकामनाये और बधाई
बहुत बेहात्रीन खयाल है ये. अभी मैं घर पहुंचकर सुनुंगा. अभी बाहर हूं. आपको होली की घणी रामराम.
ReplyDeleteरामराम.
नियमित पोस्ट अपडेट करने का आइडिया ठीक है, पर इस पोस्ट का स्थायी लिंक कहीं साइडबार या किसी और स्थान पर दे दें, जिससे नये आने वाले को भी इस पोस्ट की खबर रहे ।
ReplyDeleteप्रविष्टि का आभार ।
नरेश जी
ReplyDeleteसभी लेखों की लेख सूचि बन जाये तो पाठको को पिछली पोस्ट पढने व खोजने में सहूलियत रहेगी | यह लेख सूचि बनाना बहुत आसान है तरीका ज्ञान दर्पण की इस पोस्ट में लिखाहै http://www.gyandarpan.com/2009/11/table-of-content.html
way4host
नरेश जी
ReplyDeleteआज तो सुबह से अब तक आपकी ये फाग ही रिपीट कर कर के सुन रहें है |
शनिवार - २७ फरवरी राजस्थान अशोसिएसन फरीदाबाद की "सुरंगों राजस्थान" प्रस्तुति में श्री के सी मालू जी ( वीणा म्यूजिक ) और उनके ४१ कलाकार के संग ग़ज़ल सरताज राजकुमार रिज़वी , नेहा व रुना रिज़वी, सतीश देहरा, सुप्रिया और ७००० दर्शक ... अविस्मर्णीय रात्रि... कार्यक्रम के समापन पर समय था रात्रि २ बजे के पश्चात् और उसमें आपके गीत भी जोड़ रहा हूँ इतने अच्छे हैं ... होली की राम राम जी - नरेन्द्र शर्मा फरीदाबाद
ReplyDeleteWah! Pata nahi tha yahan pe yah khazana milega!
ReplyDeleteSinger Ila Arun ki ek CD aayi thi uske baad aaj aap ki is post par Rajsthani lok geton ko suna..abhi to pahle 3 geet sune..behad khubsurat!
ReplyDeleteshukriya...
[bookmark kiya hai page ..taqi beeech beech mein aa kar dekh saken..]
sabhi me ek chhori wala hi gaana chal raha hai...
ReplyDeleteबहुत जबरदस्त . सुनकर बार बार सुना, आनंद आया.
ReplyDeleteरामराम.
@RAJNISH PARIHAR जी ध्यान दिलाने के लिए धन्यवाद | अब समस्या दूर कर दी गयी है |
ReplyDelete@ ताऊ रामपुरिया जी मजा आने कारण आपका का आज भी गाँव की संस्कृति से जुड़े रहना है | भविष्य में आप क्या सुनना चाहते है जरूर बताए ?
सचमुच जबरदस्त...आनन्द आ गया सुनकर! गजल और राजस्थानी कविता दोनों ही बहुत बढिया लगे...
ReplyDeleteअब तो हमने भी इस पोस्ट को बुकमार्क करके रख लिया है, आते रहेंगें! हाँ बस नये गीत को जोडने का एक दिन मुकर्रर कर दें तो श्रोताओं के लिए सुविधाजनक रहेगा।
I am Brazilian, like your blog, it's hot as Rio de Janeiro!
ReplyDeletebahut hi nayab gazalen sunwayee aap ne..
ReplyDelete'Aie sanam tujh se'pahali baar suni---bahut hi bahut achchcee lagi!jaise samay ruk gya ho!
Too good!!
--bahut hi khubsurat pasand hai aap ki.
ऊपर दी गयी पोस्ट में कुछ गाने गायब हैं कृपया उन्हें दुबारा लगाये
ReplyDelete@भाई नीरज जी ,
ReplyDeleteअगर आप थोड़ा विस्तार से बताते तो अच्छा रहता | मैंने दुबारा चेक किया है सभी गाने लगे हुए है और सही रूप से बज रहे है | शायद आपके ब्राऊजर में या आपके नेट कनेक्सन की स्पीड में कुछ गडबड लगती है |
भाई नरेश सिंह जी,
ReplyDeleteसबसे पहले जो इस अच्छे ब्लाग के लिए बधाई स्वीकार करें। आप जिस पाकिस्तानी गाने ‘‘विछड़न’’ की बात कर रहे हैं, वो गाया है पंजाब, फतेहगढ़ साहब के गायक सतविन्द्र बुग्गा ने एक अन्य महिला सिंगर के साथ। ये गीत उनके एलबम My World से है। आपने इस मूल गीत की कॉपी पाकिस्तान की गायिका नसीबो लाल के आवाज़ में अपने ब्लाग पर डाल रखी है। नसीबो मूलतः बीकानेर की रहने वाली थी, आज़कल वो लाहौर पाकिस्तान में रहती हैं। ये मोहतरमा हर हिट पंजाबी या हिन्दी गीत को उठा का गा देती हैं। ये जितना अच्छा गाती हैं उतना ही जबरदस्त नाचती भी हैं। कुछ महीने पहले नसीबो और इनकी बहन नूरो लाल पर लाहौर हाईकोर्ट में मुकद्दमा चला कि इनके गाने और डांस अश्लील हैं।
भाई ‘एक छोरी काळती’ के लिए अलग से बधाई लें, क्योंकि भागीरथ भागी मेरे मित्र हैं।
-कृष्ण वृहस्पति
श्रीगंगानगर (वैसे मेरा गांव रतननगर, चूरू है)
bahut badiya.. sun kar acha laga..
ReplyDeletemere blog par bhi kabhi aaiye
Lyrics Mantra
Ek chhori kalti kavita bahoot achchhi haim.kya aap esko phier se load kar sakte hain.
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