पाठक मित्रों इस बार बेमौसम की बरसात ने फाल्गुन का मजा कुछ कम कर दिया है | अब कुछ कुछ रंग शेखावाटी में दिखाई दे रहा है | तो आपका मन भी राजस्थानी धमाल सुनने को मचलने लगा होगा | तो आइये धमाल का मजा ले |
कुछ ओर भी है
Powered by eSnips.com |
कुछ ओर भी है
आभार.... गाँव की याद दिला दी....
ReplyDeleteAAJ KA AAP EK ALAG RAG ME NAJAR AA RAHE HAI.
ReplyDeleteAAP KI LEKHANI BHI NAI CHAMAK KE SATH ROSHANI BEKER RAHI HAI.
AAJ ME AAP KO PHONE KARUGA.
वाह, होली याद आगई.
ReplyDeleteरामराम
आज कंप्यूटर के स्पीकर नहीं काम कर रहे इसलिए कल सुनेंगे :(
ReplyDeleteवाह जी मस्त हो गये यह गीत सुन कर, धन्यवाद
ReplyDeleteअहा, आनन्द।
ReplyDeleteपहली बार सुने ऐसे गीत....... मजा आ गया सुनकर
ReplyDeleteक्या आपके पास "सीधा वर्ना" भी है? शेखावाटी में प्रचलित सीधा-वर्ना को लोक-वेद भी कहा जाता है. इसमें लोक-व्यवहार सिखाने वाले सूत्र हैं. आजकल तो यह लुपी हो गया, शायद शेखावाटी के आज के युवक लोग भी इसका नाम जानते होंगे.
ReplyDelete