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Wednesday, February 4, 2015

शेखावाटी में नामकरण और उनका अर्थ

   हमारे यंहा स्थानीय भाषा में  लड़के लड़िकयो के नाम जो रखे जाते है वो कोइ अलग नहीं है वैसे ही है जो उत्तरी भारत में या मध्य भारत में अन्य जगह पर होते है | लेकिन भाषा या बोली के अपभ्रंस के कारण ये नाम कुछ अलग से लगते है जिनकी वजह से सुनने वाले चक्कर मे पड जाते है कि इस नाम का अर्थ क्या है ?

लीलाधर -लील्यो
कालूराम राम -काल्यो
घीसा राम -घीस्यो
नत्थूलाल -नथियो
धापली -जब लड़कियों की पैदाईश से दिल भर जाता है तो आख़री  लड़की का नाम  रखते थे ।
पतासी- गोळ मटोल गोरी लड़की
गोळ्यो -  गोळ मटोल बच्चा
मोट्यो - ज्यादा मोटा बच्चा
धोळ्यो- जिसका रंग सफ़ेद हो
गीगलो- जो सबसे छोटा बच्चा हो
रामलो- राम का नाम घर में लिया जाएगा ये सोचकर रखते थे ।
खोडियो- एक टांग से लंगड़ा
टूट्यो- एक हाथ टूटा हुआ
माङि्यो- पतला या कृष काय
पेमलो- प्रेम प्रकाशा
मूळ्यो- मूलचंद
लीलकी- काली लड़की
भैरियो - भैरव प्रसाद
फांडियो -चलते समय जिसके पैर सीधे नहीं पड़ते हो ।

    अगर आपको भी कुछ नाम जो आपके आस पास सुनने में इस प्रकार के अजीब से लगते है तो आप भी अपनी टिप्पणी द्वारा बता सकते है ।


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