आज मै आपको दो स्थानीय ब्लॉगों के बारे में बताने जा रहा हूँ | जिसमे से पहला ब्लॉग है माऊ -बाबो और दूसरा है आवाज अपनी |
दोनों ब्लॉगों में जो समानता है वो ये है की ये दोनों ही नयी पीढ़ी के ब्लॉगर है जो अभी अध्ययन कर रहे है | दोनों ही राजस्थान के है | दोनों ही कुंवारे है और दोनों में ही कुछ खासियत है जो मै आपके सामने ला रहा हूँ | मै नहीं चाहता की ये ब्लॉग प्रोत्साहन के अभाव में गुम हो जाए |
माऊ बाबो ब्लॉग के ब्लॉगर है अंगद बारुपाल जी ,ये हनुमान गढ़ के गाँव रोंरावाली के रहने वाले है | अभी कोलेज में पढते है | मै यूही विचरण करते हुए इनके ब्लॉग पर पहुचा | इनके ब्लॉग पर चार पोस्ट अब तक लिखी गयी है | जिसमे इनकी सृजनशीलता की झलक मिलती है | राजस्थानी भाषा में लिखी गयी लघु पोस्ट और चित्रों का सुंदर उपयोग इनके लेखन को बहुत प्रभावशाली बनाता है | जो भी लिखा है उसमे लीक से हट कर लिखा है | मै तो इस ब्लॉग से बहुत प्रभावित हुआ हूँ | अगर आप भी राजस्थानी भाषा की थोड़ी बहुत समझ रखते है तो इस ब्लॉग से प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकते है |
दूसरा ब्लॉग है आवाज अपनी जिसके ब्लॉगर है तरुण भारतीय | इन से मै आमने सामने भी मिल चुका हूँ ये हमारे गृह जिला झुंझुनू के गाँव गोविन्द पुरा के रहने वाले है | अभी इस वर्ष बी एड कर रहे है | समय समय पर इनकी वार्ता चुरू और जयपुर आकाशवाणी केन्द्र से प्रसारित होती है | इतनी कम उमर में लेखन के प्रती इन का जज्बा काबिले तारीफ़ है | ये पतंजली योगपीठ की झुंझुनू इकाई में पदाधिकारी भी है | लोगो को योग सिखाते है |
दोनों ब्लॉगर ऊर्जा से भरे हुए है मै इनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ |
दोनों ब्लॉगों में जो समानता है वो ये है की ये दोनों ही नयी पीढ़ी के ब्लॉगर है जो अभी अध्ययन कर रहे है | दोनों ही राजस्थान के है | दोनों ही कुंवारे है और दोनों में ही कुछ खासियत है जो मै आपके सामने ला रहा हूँ | मै नहीं चाहता की ये ब्लॉग प्रोत्साहन के अभाव में गुम हो जाए |
माऊ बाबो ब्लॉग के ब्लॉगर है अंगद बारुपाल जी ,ये हनुमान गढ़ के गाँव रोंरावाली के रहने वाले है | अभी कोलेज में पढते है | मै यूही विचरण करते हुए इनके ब्लॉग पर पहुचा | इनके ब्लॉग पर चार पोस्ट अब तक लिखी गयी है | जिसमे इनकी सृजनशीलता की झलक मिलती है | राजस्थानी भाषा में लिखी गयी लघु पोस्ट और चित्रों का सुंदर उपयोग इनके लेखन को बहुत प्रभावशाली बनाता है | जो भी लिखा है उसमे लीक से हट कर लिखा है | मै तो इस ब्लॉग से बहुत प्रभावित हुआ हूँ | अगर आप भी राजस्थानी भाषा की थोड़ी बहुत समझ रखते है तो इस ब्लॉग से प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकते है |
दूसरा ब्लॉग है आवाज अपनी जिसके ब्लॉगर है तरुण भारतीय | इन से मै आमने सामने भी मिल चुका हूँ ये हमारे गृह जिला झुंझुनू के गाँव गोविन्द पुरा के रहने वाले है | अभी इस वर्ष बी एड कर रहे है | समय समय पर इनकी वार्ता चुरू और जयपुर आकाशवाणी केन्द्र से प्रसारित होती है | इतनी कम उमर में लेखन के प्रती इन का जज्बा काबिले तारीफ़ है | ये पतंजली योगपीठ की झुंझुनू इकाई में पदाधिकारी भी है | लोगो को योग सिखाते है |
दोनों ब्लॉगर ऊर्जा से भरे हुए है मै इनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ |
बढ़िया प्रस्तुति ....शुभकामनायें !
ReplyDeleteबहुत सुंदर लगा, जानकारी से भरपुर लेख, धन्यवाद
ReplyDeleteमेरी भी शुभकामनायें इन उर्जा से भरे दोनों ब्लोग्गर्स को ......
ReplyDeleteदोनों को शुभकामनाएँ
ReplyDeleteपरिचय का आभार।
ReplyDeleteउत्साह वर्धन व् मूल्याकंन के लिए आपको शुक्रिया ............आप सभी की उमीदो पर खरा उतरने का प्रयास रहेगा |
ReplyDeleteअच्छा लगा जानकार ! इन को हार्दिक शुभकामनायें !!
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