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Tuesday, April 7, 2009

चोरी का माल मगर मजेदार

जब कुछ लिखने के लिये नही मिलता तो इधर उधर से चोरी कर के लिख देते है तो पेश है, ये चोरी का माल जिसे मैने ऑरकुट से उठाया है ख़ास आपके मनोरंजन के लिए |
(1)
तेरे प्यार में पागल हो गया पीटर ...
वाह! वाह!
तेरे प्यार में पागल हो गया पीटर ...
वाह! वाह!
अब हीरो होन्डा स्पलेन्डर ८० किमी प्रती लीटर ..!!


(2)
बहार आने से पहले फ़िजा आ गयी ....
वाह! वाह!
बहार आने पहले से फ़िजा आ गयी ....
वाह! वाह!
फूल को खिलने से पहले बकरी खा गयी ...!!


(3)
आत्मा छोड गयी शरीर पुराना ...
वाह! वाह!
आत्मा छोड गयी शरीर पुराना ...
वाह! वाह!
दीदी तेरा देवर दीवाना ..!!

(4
य़शोमति मैया से बोले नन्दलाला .....
वाह! वाह!
य़शोमति मैया से बोले नन्दलाला .....
वाह! वाह!
टाटा स्काई लगा डाला तो झींगा लाला...!!


(5)होठो पे "हां" है दिल मे "ना" है ....
वाह! वाह!
होठो पे "हां" है दिल मे "ना" है ....
वाह! वाह!
शशी कपूर कहता है "मेरे पास मां है ....!!"









(6)
आपकी सूरत मेरे दिल में ऐसे बस गयी है ...
वाह! वाह!
आपकी सूरत मेरे दिल में ऐसे बस गयी है ...
वाह! वाह!
जैसे छोटे से दरवाजे मे भैंस फंस गयी है .. !!

10 comments:

  1. वाकई ये चोरी का माल मजेदार है जी. आप तो कभी २ ये माल भी परोस दिया करिये.:)

    रामराम.

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  2. वाह वाह..........
    राजस्थान में एक कहावत है कि " चोरी रो गुड मिठो " | लगता है हम पूरी तरह चरितार्थ करने पर तुले है |

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  3. मजा आ गया. चोरी का हुआ तो क्या, बात जब मजे की हो. वाह वाह.

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  4. वाह ... बहुत अच्‍छा।

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  5. .लगता है चोरी करने में भी काफी मेहनत करी है.
    हा... हा....हा... हा....

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  6. इस प्रकार की चोरी तो जायज है.......

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  7. आपका यह माल देर से देख सका.. पढ़कर लगा कि चोरी के माल में तो बहुत मजा है.. अच्छा लगा आपका संकलन .. :)

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