शीर्षक पढ़ कर चौंकिये मत । यह बात काफी हद तक सही भी है । आप इस चित्र को देखकर बताइये कि इस तिपहिया वाहन को राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र के अलावा दूसरी जगह भी कही चलते हुये देखा है क्या ? मै ने बहुत ज्यादा घुमक्कड़ी नही की है लेकिन अन्य पाठको ने की है सो पाठक बता सकते है कि यह भारत मे और कहां कहां चलते है ।
इसकी विशेषता भी यहाँ की जलवायु के अनुकूल है । इसका खुला हुआ स्वरूप सवारी को एक सुखद अहसास देता है । एक रूपया प्रती लीटर का माईलेज होने की वजह से किफायती भी है । इसमें 6 सवारी के बैठने की जगह बनायी हुई है यह अलग बात है कि कभी कभी इसमें 12 -13 सवारी तक ढो लेते है । इसकी भार वहन की क्षमता 500 kg से 600kg की होती है ।
इसे बनाने वाली कोई नामचीन कम्पनी नही है । इसे जुगाड़ के रूप मे बनाया जाता है । इसका इंजन अलग जगह से आता है । चेसिस केरल से आता है उपर की बोडी यहाँ के लोकल वर्कशौप मे तैयार की जाती है । है तो यह एक प्रकार का जुगाड़ लेकिन R T O द्वारा पास किया हुआ है । आप जब भी शेखावाटी आयेंगे तो आपके स्वागत मे यह तैयार मिलेंगे ।
मै सभी पाठको से माफी चाहता हू कि टेम्पलेट परीवर्तन की वजह से कमेंट बक्सा नही खुल रहा था,जिससे पाठको को टिपपणी देने तकलीफ हुई ।
ReplyDeleteनरेश जी , शेखावाटी में चलने वाले इस ऑटो का डिजाइन अन्य कहीं नहीं मिलता हालाँकि ऑटो हर शहर में चलते है |
ReplyDeleteRTO की अनुमति है?
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ReplyDeleteवाकई ये तो कमाल का है। शिमला में तो आम तिपहिये हाँफने लगते हैं इस तिपहिए का होना तो दूर की बात है। दादा जानकारी के लिए शुक्रिया।
ReplyDeleteइस प्रकार के जुगाडू आयडियास दुनिया की दो कौमों के दिमाग में बहुत जल्दी आते हैं--- एक तो हिन्दुस्तानी और दूसरे अफ्रीकी।
ReplyDeleteसुन्दर सचित्र वर्णन दिया है आपने। आजकल शेखावाटी में सोलर पैनल वाले वाहन भी चलने लगे हैं।
ReplyDeleteवाह जी ये तो कमाल की टैक्सी है।
ReplyDeleteउम्दा वाहन है, इसका प्रयोग बढ़ाने के लिए कदम उठाने की ज़रूरत है
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