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Friday, February 27, 2009

शेखावाटी में होली के रंग (घूँघट खोल दे )

शेखावाटी में होली का रंग फाल्गुन महीने मे दिखायी देता है । चारो और धमाल,

लूर, होली के गीतो के स्वर सुनाई पडने लग जाते है । तरह तरह कि विचित्र वेशभुषा

धारण किये हुये कुछ मजाकि लोग यहा गली चौराहे पर मिल जाते है । रात्री को

सामूहिक रूप से चंग(ढप) बजाते हुये धमाल गाते है । आजकल तो तकनीकि युग

आ गया है इस लिये म्यूजिक कम्पनियो के रिकार्डेड संगीत का ज्यादा चलन हो

गया है | मैने भी सोचा क्यों न शेखावाटी से दूर गये हुए लोगो को कुछ धमाल सुनाई

जाए जिसे सुनना उनके लिए अब शायद नामुमकिन सा हो गया है वैसे आप सबने

सीमा मिश्रा की आवाज में वीणा कैसेट पर ही ज्यादातर धमाल सूणी है लेकिन

वह ओरिजनल धमाल नहीं है |शेखावाटी की ओरिजनल धमाल आज आप यहाँ सुनेगे

आप महशूश करेंगे कि अभी आप अपने गांव मे पहूंच गये है ।
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(यह चित्र गूगल से लिया गया है किसी को ऐतराज होने हटा दिया जायेगा )

8 comments:

  1. बहुत सुन्दर धमाल रहा. हम इसे उतरने का प्रयास कर रहे हैं. आभार.

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  2. आपकी धमाल ने तो ....... बचपन में सुनी होली की धमाल की याद दिलादी है.
    और भी कुछ हो तो वो भी सुनावो ना.........इंतजार रहेगा.

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  3. होली का पूरा रंग है इस में ..शुक्रिया

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  4. हमें तो हर बार नहाने के बाद भिगोते थे दोस्त हमारे ....वाकई होली अगर ढंग से खेली जाए तो इससे बेहतर कोई त्यौहार नहीं

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  5. narendraji maja aa gaya mai bhi shekhawati k sikar shahar se hihun aapne mujhe mera bachpan yaad dila diya

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  6. नरेश जी, कई सालो बाद ये स्वर कानो को सुनने के लिए मिले है , बहुत अच्छा लगा हो सके तो कुछ और अच्छी -अच्छी धमाल रिकॉर्ड कर ले ताकि शेखावाटी से दूर बैठे लोग भी इन्हें सुन कर अपनी यादे तजा कर सके !

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  7. भाई मज़ा आ गया होली के बारे जानकर और गीत सुनकर। एक अलग ही रंग में रंग गया।

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